YAMRAJ TEMPLE - यमराज जी का मंदिर
मंदिर, जहां मरने के बाद सबसे पहले पहुंचती है आत्मायमराज जी का मंदिर - भरमौर एक मंदिर ऐसा है जहां मरने के बाद हर किसी को जाना ही पड़ता है चाहे वह आस्तिक हो या नास्तिक। यह मंदिर किसी और दुनिया में नहीं...
View Articleपाकिस्तान के पांच पवित्र मन्दिर
पाकिस्तान में अनेक मन्दिर हैं,जो आज बहुत ही खस्ता हाल में हैं। पाकिस्तान सरकार ने कई बार कहा है कि सनातन धर्म से जुड़े कुछ ऐतिहासिक स्थलों और मन्दिरों को ठीक कराकर पर्यटन की दृष्टि से उन्हें विकसित...
View ArticleVISHALAKSHI MANDIR KASHI - काशी विशालाक्षी मंदिर
माँ विशालाक्षी देवी ( चित्र साभार: KALIBHAKTI.COM)काशी विशालाक्षी मंदिर हिन्दू धर्म के प्रसिद्ध 51 शक्तिपीठों में से एक है। यह मंदिर उत्तर प्रदेश के प्राचीन नगर काशी (वाराणसी) में काशी विश्वनाथ मंदिर...
View Articleसिद्धिविनायक मंदिर
पर्यटन और आस्था का प्रतीक सिद्धिविनायक मंदिरकोई भी शुभ काम शुरू करने से पहले भगवान गणेश की पूजा जरूर की जाती है। इस तरह की स्थिति को हम 'श्रीगणेश'के नाम से भी जानते हैं। मुंबई के प्रभादेवी में स्थित...
View ArticleMATA KUNAL PATHRI DHAM - माता कुनाल पत्थरी धाम
जगदम्बे का अद्भुत दर्शन-माता कुनाल पत्थरी धामहिमाचल प्रदेश की भूमि के कण- कण में देवी-देवताओं का वास है। इसी कारण यह धरती देव भूमि कहलाती है। यहां के लोग भी शांत व धार्मिक प्रवृत्ति के हैं। प्रकृति से...
View ArticleBAHULA SHAKTI PEETH - बहुला शक्तिपीठ
पश्चिम बंगाल के कटवा जंक्शन के निकट बर्धमान में स्थित बहुला शक्तिपीठ 51 शक्तिपीठों में से एक है। यह पवित्र स्थल मां दुर्गा और भगवान शिव को समर्पित है। यहां की शक्ति बहुला तथा भैरव भीरुक हैं। पश्चिम...
View ArticleHatkoti Temple
चित्र साभार: (http://incrediblehimachal.net)“Hatkoti Temple” The Historical Temple of Mata Hateshwari (Shakti of God Shiva) in Himachal Pradesh“Hatkoti Temple” is located at Jubbal (Hatkoti), 100 K.M....
View Articleपांच तत्वों के शिव मंदिर
पांच तत्वों के शिव मंदिरशिव पुराण की कैलाश संहिता के अनुसार शिव से ईशान उत्पन्न हुए और ईशान से पांच मिथुन की उत्पत्ति हुई। पहला मिथुन आकाश, दूसरा वायु, तीसरा अग्नि, चौथा जल और पांचवां मिथुन पृथ्वी है।...
View ArticleMODHERA SUN TEMPLE - मोढ़ेरा का विश्व प्रसिद्ध सूर्य मंदिर
धर्मयात्रा की इस बार की कड़ी में हम आपको लेकर चलते हैं मोढ़ेरा के विश्व प्रसिद्ध सूर्य मंदिर, जो अहमदाबाद से तकरीबन सौ किलोमीटर की दूरी पर पुष्पावती नदी के तट पर स्थित है। माना जाता है कि इस मंदिर का...
View ArticleDWARKADHEESH MANDIR ,UJJAIN - उज्जैन का द्वारकाधीश गोपाल मंदिर
धर्मयात्रा की इस बार की कड़ी में हम आपको लेकर चलते हैं उज्जैन के प्रसिद्ध द्वारकाधीश गोपाल मंदिर। गोपाल मंदिर उज्जैन नगर का दूसरा सबसे बड़ा मंदिर है। शहर के मध्य व्यस्ततम क्षेत्र में स्थित इस मंदिर की...
View ArticleTANOT MATA - तनोट की आवड़ माता
जैसलमेर से करीब 130 किमी दूर स्थित माता तनोट राय (आवड़ माता) का मंदिर है। तनोट माता को देवी हिंगलाज माता का एक रूप माना जाता है। हिंगलाज माता शक्तिपीठ वर्तमान में पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के...
View ArticleGARH KALIKA MANDIR - UJJAIN - उज्जैन की मां गढ़ कालिका का मंदिर
धर्मयात्रा की इस बार की कड़ी में हम आपको ले चलते हैं उज्जैन के कालीघाट स्थित कालिका माता के प्राचीन मंदिर में, जिसे गढ़ कालिका के नाम से जाना जाता है। देवियों में कालिका को सबसे महत्वपूर्ण माना गया...
View ArticleKHATU SHYAM JI - खाटू श्याम : हारे का सहारा...
माँ सैव्यम पराजित:। अर्थात जो हारे हुए और निराश लोगों को संबल प्रदान करता है।वीर प्रसूता राजस्थान की धरा यूं तो अपने आंचल में अनेक गौरव गाथाओं को समेटे हुए है, लेकिन आस्था के प्रमुख केन्द्र खाटू की...
View Articleचार वटों में से एक सिद्धवट - SIDDHVAT
धर्मयात्रा की इस बार की कड़ी में हम आपको लेकर चलते हैं उज्जैन के सिद्धवट स्थान पर। उज्जैन के भैरवगढ़ के पूर्व में शिप्रा के तट पर प्रचीन सिद्धवट का स्थान है। इसे शक्तिभेद तीर्थ के नाम से जाना जाता है।...
View ArticleSIDDHNATH MAHADEV - NEMAWAR - नेमावर के प्राचीन सिद्धनाथ महादेव
धर्मयात्रा की इस कड़ी में हम आपको ले चलते हैं पुण्य सलिला नर्मदा के किनारे बसे नगर नेमावर के प्राचीन सिद्धनाथ महादेव के मंदिर। महाभारतकाल में नाभिपुर के नाम से प्रसिद्ध यह नगर व्यापारिक केंद्र हुआ करता...
View ArticleNAINA DEVI MANDIR - NAINITAL - मां नैना देवी मंदिर-नैनीताल उत्तराखंड
प्रकृति के वरदान से विभूषित देवभूमि उत्तराखंड की हृदयस्थली है नैनीताल शहर और नैनीताल की हृदयस्थली है नैनी झील। इसी नैनी झील के उत्तरी सिरे पर स्थित है मां नैना देवी का मंदिर। स्थानीय विश्वास के अनुसार...
View ArticleMA CHANDRABANI MANDIR - सिद्धपीठ मां चन्द्रबदनी मंदिर।
देवप्रयाग। टिहरी मार्ग पर चन्द्रकूट पर्वत पर स्थित लगभग आठ हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है सिद्धपीठ मां चन्द्रबदनी मंदिर। देवप्रयाग से 33 किमी की दूरी पर यह सिद्धपीठ स्थित है। धार्मिक ऐतिहासिक व...
View Articleअर्धनारीश्वर महादेवजी काठगढ़
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में काठगढ़ महादेव का मंदिर स्थित है। इस धार्मिक स्थल पर दो नदियों का संगम होता है।यह विश्व का एकमात्र मंदिर है जहां शिवलिंग ऐसे स्वरुप में विद्यमान हैं जो दो भागों में...
View ArticleSHEETLA MATA MANDIR, GURGAO - शीतला माता मन्दिर- गुड़गाँव
.शीतला का मन्दिर गुड़गाँव, हरियाणा में स्थित है। 'नवरात्रि'के पावन दिनों में शीतला माता के मन्दिर में भक्तों की भीड़ काफ़ी बढ़ जाती है। देश के सभी प्रदेशों से श्रद्धालु यहाँ मन्नत माँगने आते हैं।...
View ArticleKARNESHWAR MANDIR - प्राचीन कर्णेश्वर मंदिर
.मालवांचल में कौरवों ने अनेक मंदिर बनाएँ थे जिनमें से एक है सेंधल नदी के किनारे बसा यह कर्णेश्वर महादेव का मंदिर। करनावद (कर्णावत) नगर के राजा कर्ण यहाँ बैठकर ग्रामवासियों को दान दिया करते थे इस कारण...
View ArticleSIMSA MATA MANDIR - सिमसा माता मंदिर
हिमाचल के मंडी जिला की लड़भडोल तहसील के सिमस गांव में एक देवी का मंदिर ऐसा है जहां पर निसंतान महिलाओं के फर्श पर सोने से संतान की प्राप्ति होती है। नवरात्रों में हिमाचल के पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा...
View ArticleKUNJAPURI DEVI - कुंजापुरी देवी सिद्ध पीठ
स्कन्दपुराण के अनुसार राजा दक्ष की पुत्री, सती का विवाह भगवान शिव से हुआ था। त्रेता युग में असुरों के परास्त होने के बाद दक्ष को सभी देवताओं का प्रजापति चुना गया। उन्होंने इसके उपलक्ष में कनखल में यज्ञ...
View Articleजानिए, यात्रा के दौरान किन चीजों की खरीदारी यादगार के तौर पर कर सकते हैं...
हर डेस्टिनेशन की अपनी एक खास पहचान होती है। वहां से की गई खरीदारी आपको हमेशा उन खूबसूरत पलों की याद दिलाती रहती है, जो आपने वहां बिताए हैं। जानिए यात्रा के दौरान किन यादगार चीजों की खरीदारी सूवनिर यानी...
View ArticleCHAMBA - चंबा (हिमाचल)
चंबा भारत के हिमाचल प्रदेश प्रान्तका एक नगर है। हिमाचल प्रदेश का चंबा अपने रमणीय मंदिरों और हैंडीक्राफ्ट के लिए सर्वविख्यात है। रवि नदी के किनारे 996 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चंबा पहाड़ी राजाओं की...
View Articleमोढ़ेरा के विश्व प्रसिद्ध सूर्य मंदिर
मोढ़ेरा के विश्व प्रसिद्ध सूर्य मंदिर, जो अहमदाबाद से तकरीबन सौ किलोमीटर की दूरी पर पुष्पावती नदी के तट पर स्थित है।माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण सम्राट भीमदेव सोलंकी प्रथम (ईसा पूर्व 1022-1063...
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